राष्ट्रीय युवा वाहिनी दिव्यांग अस्पताल
अस्पताल का महत्वेय
राष्ट्रीय युवा वाहिनी का उद्देश्य एक ऐसा अस्पताल स्थापित करना है जो केवल विकलांग
व्यक्तियों के लिए समर्पित हो । कई प्रकार की विकलताएँ होती हैं जिनका उपचार किया जा
सकता है और अगर नहीं तो पीड़ित की जीवन-गुणवत्ता को कई प्रकार के उपचार और
आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके सुधारा जा सकता है। हमारा लक्ष्य एक ऐसे
अस्पताल की स्थापना करना है जो स्वयं में पूर्णता हो और जो सामान्य से लेकर गंभीर
समस्याओं का इलाज कर सके, ताकि हम विकलांग लोगों के जीवन में कल्याण ला सकें।
इस नए अस्पताल का निर्माण एक नई सोच और प्रतिबद्धता के साथ किया जाएगा । हम
इसे एक स्थानीय समुदाय के सभी विकलांग व्यक्तियों के लिए सामाजिक और
चिकित्सात्मक संरक्षण केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। यहाँ पर विभिन्न
प्रकार की विकलताओं के लिए विशिष्ट उपचार प्रदान किए जाएंगेएंगे, जो चि कित्सा और
प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचारों पर आधारित होंगे।
इस अस्पताल में, सामान्य से लेकर गंभीर समस्याओं के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर और
तकनी की दल की उपस्थिति रहेगी , जो विकलांगता के प्रत्येक पहलु को समझते हैं। यहाँ
पर सर्जिकल प्रक्रियाओं से लेकर शारीरिक चिकित्सा , रोगी की आवश्यकताओं के अनुसार
विकसित की गई विशेष उपकरण और प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया जाएगा ।
इसके साथ ही , हम अस्पताल में शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसर भी प्रदान करेंगे, ताकि
विकलांग व्यक्तियाँ अपने आपको सशक्त महसूस कर सकें और समाज में पूरी तरह से
शामिल हो सकें।
सारे विकलांग समुदाय के लिए समृद्धि और स्वास्थ्य का स्रोत बनाने के इस प्रयास के
माध्यम से, हम एक समर्पि त समाज की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। यह अस्पताल न केवल
विकलांगता के दर्द को कम करने का केंद्र होगा , बल्कि एक नई उम्मीद की किरण भी होगा
जो विकलांग व्यक्ति यों के जीवन में खुशियों की संभावनाओं को बढ़ावा देगी ।
हमारी 1 साल की योजना
हमारा पहला साल का लक्ष्य एक अस्पताल बनाना होगा जिसमें सभी सुविधाएँ एक ही
स्थान पर हों । उन लोगों के लिए जो उपचार की तलाश में हैं, वे यहां आ सकते हैं, अपना
पंजी करण करा सकते हैं, और सबसे अच्छे डॉक्टरों के साथ अपनी जांच करवा सकते हैं,
सभी क्षेत्रों में। इसके अलावा , हम यह भी सुनिश्चित करना चाहेंगे कि सभी रोगियों को पूरी
पुनर्वास तक अस्पताल में रखा जा सके जब तक पूरी पुनर्वास साध्य नहीं हो जाती । रोगी
और अभिभावक की आवास सुविधा की भी व्यवस्था की जाएगी साथ ही दिन-प्रति दिन का
भोजन भी बिना किसी शुल्क के।